व्युत्पत्ति की परिभाषा क्या है व्युत्पत्ति किसे कहते हैं | derivation definition in hindi ?
प्रश्न : व्युत्पत्ति को परिभाषित कीजिये ?
उत्तर : व्युत्पत्ति (derivation) की परिभाषा निम्नलिखित है –
1. रूपविज्ञान में शब्द-निर्माण की प्रक्रिया । व्युत्पत्ति-प्रक्रिया के अंतर्गत शब्दों में प्रत्ययों, उपसर्गों आदि के योग से नए शब्दों का निर्माण किया जाता है । इससे ‘व्याकरणिक कोटि‘ में परिवर्तन हो जाता है । जैसे –
1. विदेश झ विदेशी (संज्ञा झ विशेषण)
2. बोलना झ बोली (क्रिया झ संज्ञा)
3. सुंदर झ सुंदरता (विशेषण झ संज्ञा)
इसके विपरीत ‘रूपसाधन-प्रक्रिया‘ (पदसिमबजपवद) के अंतर्गत शब्दों में प्रत्यय तथा परसर्ग लगाकर शब्दों के व्याकरणिक रूप को बदला जाता है। जैसे – लड़का से लड़के, पी से पीता/पीती।
व्युत्पत्ति-प्रक्रिया द्वारा सामान्यतः शब्दवर्ग में परिवर्तन होता हैय लेकिन रूपसाधक-प्रक्रिया से शब्दों के वर्ग में कोई परिवर्तन नहीं आता। संज्ञा शब्द ‘राष्ट्र‘ से व्युत्पन्न शब्द ‘राष्ट्रीय‘ विशेषण है, जबकि रूपसाधनप्रक्रिया से प्राप्त शब्द ‘लड़के‘ और मूल शब्द ‘लड़का‘ दोनों ही संज्ञा शब्द-वर्ग के सदस्य बने रहते हैं।
2. प्रजनक व्याकरण में व्युत्पत्ति का प्रयोग रूपात्मक दृष्टि से ऐसे सुस्पष्ट चरणों के समुच्चय के लिए किया जाता है जो वाक्य-प्रजनन के प्रथम चरण से लेकर अंतिम चरण अथवा अंत्य माला (जमतउपदंस ेजतपदह) तक व्याप्त रहते हैं। जैसे – पदबंध संरचना, रूपांतरण आदि नियमों से पूर्ण समुच्चय के लिए ‘व्युत्पत्ति‘ शब्द का प्रयोग किया जाता है।
3. ऐतिहासिक भाषाविज्ञान में ‘व्युत्पत्ति‘ शब्द का प्रयोग किसी भाषा या भाषा-रूप के उद्गम या ऐतिहासिक विकास के संदर्भ में किया जाता है। जैसे – स्वनों, शब्दों और संरचनाओं को भाषा के पूर्वकालिक समानधर्मा रूपों से व्युत्पन्न माना जाता है ।
question : define the term derivation in hindi ?
answer : ऊपर व्युत्पत्ति की अर्थात derivation in hindi की परिभाषा देखिये –
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